कातिल हसीना को चुदाई के दर्द की तलाश – Antarvasna Sex Story
Antarvasna Sex Story: दोस्तो, आप सभी को मेरा नमस्कार| मेरा नाम विनोद है, मेरी उम्र 25 साल है| मैं दिखने में एकदम सुन्दर हूँ| मैं गुड़गांव में एक अपार्टमेंट में किराये पर रहता हूँ|
आज मैं आपको अपनी जिंदगी के कुछ हसीन पल आपके साथ शेयर करने जा रहा हूँ|यह कहानी 3 महीने पहले की है, जब मेरे दोस्त ने मुझे अपनी जन्मदिन की पार्टी में मुझे आमंत्रित किया था|
उस रात को मैंने पार्टी में खूब एन्जॉय किया| मुझे इतना मजा आ रहा था कि समय का कोई पता ही नहीं चला| कब रात के 2:00 बज गए, मुझे याद ही न रहा|उसके बाद मैं अपने अपार्टमेंट पर आने के लिए बस का इंतजार कर रहा था|
काफ़ी समय तक मुझे कोई बस नहीं मिली| मैं परेशान होकर सड़क के किनारे एक रेलिंग पर बैठ गया|तभी एक कार मेरे पास आकर रुकी और उस कार का शीशा नीचे हुआ|
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उसके अन्दर एक खूबसूरत हसीना ने उंगली के इशारे से मुझे अपनी तरफ़ बुलाया|जैसे ही में उसके पास गया, तो उसने अन्दर बैठने का इशारा किया| मैं तो बस उसे ही देखे जा रहा था| क्या कयामत ढा रही थी|
मेरी तो निगाहें उस से हट ही नहीं रही थीं| बड़ी ही खूबसूरत बला थी| उसका साईज़ यही कोई 34-28-36 का था| मुझे तो वो कोई जन्नत की हूर लग रही थी|उसका हुस्न देख कर मैं उसे मना नहीं कर पाया और कार में बैठ गया|
मेरे बैठते ही उसने अपना नाम निशा बताया और मुझसे मेरा नाम पूछा| मैंने अपना नाम बताया और उसकी तरफ देखने लगा|उसने बताया कि उसके माता-पिता शिमला घूमने गए हुए हैं| वह इन दिनों मेरे साथ मस्ती करना चाहती है|
मैंने कुछ नहीं कहा|तो अचानक उसने मेरे लंड पर हाथ रख कर कहा- इसे दिखाओ … कितना बड़ा है?मैं अकबका गया, मेरे लंड ने फुंफ कारना शुरू कर दिया था| तभी उसने मेरे लंड को अंदाज से टटोल कर कहा- हम्म … बड़ा लगता है
मजा देगा|इसके बाद उसने लंड से हाथ हटा लिया और मेरी तरफ सिगरेट की डिब्बी बढ़ा दी- एक जलाओ|मैंने एक सिगरेट जलाई और एक कश खींच कर उसकी तरफ बढ़ा दी|
उसने बड़ी अदा से सिगरेट का धुंआ खींचा और मेरी तरफ छोड़ दिया| फिर उसने मेरी तरफ सिगरेट बढ़ा दी| मैं चुपचाप सिगरेट पीने लगा|उसने कार अपने घर की तरफ दौड़ा दी|
कुछ ही पलों बाद हम दोनों उसके बंगले पर आ गए| निशा ने हॉर्न बजाया, तो वहां पर तैनात एक गार्ड ने गेट को खोला| हम अन्दर आ गए|उस समय लगभग रात के 3:00 बज चुके थे|
निशा ने मुझे अपने रूम में ले जाकर बेड पर बैठाया और उसके बाद वो नहाने चली गई| मैं रूम में बैठा निशाके आने की प्रतीक्षा करने लगा| कुछ समय के बाद वो नहा कर आई|
ओए होए … मस्त कयामत लग रही थी| उसके बाल खुले हुए थे| वो केवल एक झीनी सी फ्रॉकनुमा नाइटी पहन कर वो मेरी तरफ़ देख रही थी|मैंने उसे देखा, तो वो हौले से मुस्कान देते हुए|
मेरे करीब आई और मेरे होंठ पर एक किस कर दिया|इसके बाद वो मेरी गोद में बैठ गयी, जिसकी वजह से मैं अपना काबू खोए जा रहा था|मैंने धीरे धीरे उसकी गर्दन को चूमना शुरू किया|
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जिसकी वजह से वो भी गर्म हो गयी और मेरी तरफ़ चेहरा करके मुझे पागलों की तरह से चूमने लगी|अब हम दोनों के जिस्मों में कामुकता की आग लग चुकी थी| दोनों बेकाबू हो रहे थे| एक दूसरे को पागलों की तरह चूम रहे थे|
दस मिनट तक किस करने के बाद मैंने उसकी नाइटी को उतार दिया और उसके मम्मों को चूसने लगा|सच में बड़े ही मस्त मम्मे थे … एकदम टाइट और रसीले … ऊम्म … मउम … क्या मस्त मजा आ रहा था|
मैंने आज तक ऐसे दूध कभी नहीं देखे थे| उस समय मैं जन्नत की सैर कर रहा था| उसके बाद मैंने धीरे धीरे उसके पूरे शरीर को चूमना शुरू कर दिया|अब निशा बेकाबू हो रही थी और वो मेरे लंड को सहलाने लगी|
मेरा लंड पहले से ही पूरे मूड में आ चुका था| उसने मेरे सारे कपड़े उतार दिए| अब मैं सिर्फ अन्डरवियर में रह गया था| वो पागलों की तरह मुझे किस किए जा रही थी और मुझसे लिपट लिपट कर अपनी वासना जाहिर कर रही थी|
वो इस समय एकदम नंगी थी|मैंने उसकी चुत में उंगली करना शुरू कर दिया, जिसकी वजह से वो ऐसे तड़फ़ने लगी थी मानो मुझसे कहना चाह रही थी कि अब जल्दी से मुझे चोद दो|
मुझे उसके मक्खन शरीर से खेलने में मजा आ रहा था| इसलिए मैं चुदाई से पहले उसका पूरा मजा लेना चाहता था|लेकिन दूसरी वो काफ़ी समय से प्यासी लग रही थी … इसलिए उसका हाथ मेरे लंड से हट ही नहीं रहा था|
मेरी चड्डी के ऊपर से वो मेरे लंड को सहलाए जा रही थी|फिर मैंने अपना अन्डरवियर नीचे कर दिया| अब मेरा लंड उसकी आंखों के सामने लहरा उठा था|वो मेरे 7|5 इंच लंबे और 3 इंच मोटे लंड को देख कर एकदम से घबरा गयी|
वो बोली- अरे बापरे … इतना बड़ा … क्या तुम पोर्न एक्टर हो … मैंने आज तक इतना बड़ा ओर मोटा लंड सामने से नहीं देखा|मैंने लंड हिलाते हुए उसको लंड चूसने का इशारा किया|
वो कुछ भी रिएक्ट नहीं कर रही थी| फिर मैंने खड़े होकर उसे घुटनों पर बैठा दिया और अपना 7|5 इंच का लंड उसके मुँह में डाल दिया| वो बड़े मजे से लंड चूसने लगी| मुझे ऐसा लगा कि वो लंड चूसने में माहिर है|
काफी देर तक लंड चूसने के बाद हम दोनों 69 की पोजीशन में आ गए| मेरे मुँह में उसकी चुत की फांकें रस छोड़ रही थीं और उसके मुँह में मेरा लंड अपनी कबड्डी खेल रहा था| हम दोनों लंड चुत चुसाई का पूरा मजे लेने लगे|
कोई पांच मिनट तक हम दोनों ने 69 का मजा लिया|इसके बाद उसने अपनी इच्छा जताई कि तुम आज की रात को मेरी ज़िन्दगी की सबसे हसीन रात बना दो| मुझे ऐसे चोदो, जिसे मैं पूरी लाइफ़ में कभी ना भूल पाऊं|
मैंने उसकी बात पर अमल किया|एक बार फिर से अपना लंड उसके मुँह में दे दिया और निशा ने फ़िर से लंड चूसना शुरू कर दिया|थोड़ी देर लंड चूसने के बाद मैंने अपना लंड उसके मुँह में अन्दर की ओर धकेल दिया
जिसकी वजह से आधा लंड उसके मुँह में चला गया| जिस वजह से उसे सांस लेने में तकलीफ होने लगी|उसकी आंख से आंसू निकल आए| थोड़ी देर लंड चुसाने के बाद मैंने उसको घोड़ी बना दिया|
मुझे उसकी आंखों में चुदाई की प्यास दिखाई दे रही थी| मैंने अपना लंड उसकी चुत के मुख पर रखा और धीरे से धक्का दे दिया| परंतु मेरा लंड अन्दर नहीं घुस पाया| ऐसा लगा कि काफ़ी समय से उसकी चुदाई नहीं हुई थी|
मैंने फ़िर से एक जोर का धक्का दे दिया| अबकी बार आधा लंड उसकी चुत में घुस गया और वो जोर से चिल्ला उठी- उईईई … आआह्ह मर गयी|दर्द के मारे उसकी जान निकल रही थी इसलिए उसके मुँह से गालियां निकलने लगीं|
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आंह … मादरचोद बाहर निकाल ले साले … मार दिया कमीने भोसड़ी वाले!उसकी आंखों में फ़िर से आंसू आ गए थे| मैंने थोड़ी देर रुकना ठीक समझा और उसकी चूचियों को सहलाने लगा|
वो कुछ शांत हुई तो मैं धीरे धीरे से लंड को अन्दर बाहर करने लगा| इससे निशा को भी मजा आने लगा था| परंतु अभी मेरा आधा लंड बाहर ही था|निशा की थोड़ी देर की खुशी अब फ़िर से दर्द में बदलने वाली थी|
अब मैंने निशा को लेटा दिया, जिससे उसकी गांड ऊपर की तरफ़ आ गई थी| मेरा जी तो उसकी मक्खन सी गांड मारने का कर रहा था, पर अभी मुझे चुत के बहुत मजे लेने बाकी थे|
मैंने उसकी टांगें फैला दीं और अपना लंड फ़िर से उसकी चुत पर रखकर धक्का लगा दिया| मेरा आधा लंड अन्दर चला गया, इस बार उसे दर्द थोड़ा कम हुआ|
कुछ समय तक लंड अन्दर बाहर करने के बाद मैंने एक जोर से धक्का लगा दिया, जिससे मेरा पूरा लंड चुत के अन्दर समा गया था| निशा एक बार फिर से दर्द के मारे कराह उठी थी|
दर्द की वजह से उसका चेहरा लाल हो गया था| परंतु मैंने अपने धक्के चालू रखे|मैंने धीरे धीरे लंड के धक्के देते हुए चुत का रास्ता ढीला किया और पूरा लंड अन्दर बच्चेदानी तक पेलना और निकालना शुरू कर दिया|
शुरुआत में मेरे धक्के धीमे थे … फिर मैंने अपनी चोदन गति बढ़ा दी|तेज धक्कों से निशा रोने लगी और बीच बीच में मुझे गालियां देती रही- आआहह उम्म्ह… अहह… हय… याह… मादरचोद कुत्ते साले अह्ह आईईई
भैन के लंड धीरे चोद साले … थोड़ा धीरे कर … मैं तेरी कोई रांड नहीं हूँ … धीरे कर साले!उसकी गालियां सुनकर मुझे और जोश चढ़ रहा था| मैं और तेज़ हो गया|वो जोर ज़ोर से चिल्लाती रही- थोड़ा धीरे चोद ले साले
धीरे कर ले कमीने … थोड़ा धीरे चोद प्लीज़ … आहह्ह … ऊऊ||ईई आईई||कुछ देर बाद उसकी चीखें आना बंद हो गईं और वो अब लंड के मजे लेने लगी थी|इसके बाद हमने पोजीशन बदल दी|
अब निशा मेरे ऊपर आ चुकी थी| उसने अपनी चुत के नीचे मेरा लंड रखा और उस पर बैठ कर ऊपर नीचे होने लगी| उसे मजा आने लगा था|उसने जोश में आकर अपनी स्पीड बढ़ा दी| वो इतने जोश में आ चुकी थी
कि उसने अपना होश खो दिया था| उसने मेरे सारे शरीर पर नाखून गड़ा कर मुझे जगह जगह खरोंच दिया था| मुझे भी दर्द में मजा आ रहा था|वो चुदाई का भरपूर मजा लेते हुए अलग अलग किस्म की आवाजें निकाल रही थी|
अह्ह ऊऊऊ ऊउईई आईईई आह … मेरी जन्मों की प्यास मिटा दी तुमने … आंह … कितना अन्दर तक जा रहा है … मेरी चुत की धज्जियां उड़ा दे … आंह!थोड़ी देर बाद उसने अपनी स्पीड ओर तेज कर दी|
उसके मुँह से जंगली आवाजें आना शुरू हो गई थीं और उसकी आँखें इस समय बंद थीं| इस वक्त उसकी चूचियां मुझे बड़ा ही मजा दे रही थीं| मैं उसकी चूचियों को मसल कर और चूस कर उसको दुगना मजा दे रहा था|
इस सबसे अब वो झड़ने वाली हो गई थी| वो अंतिम चरण में बहुत तेजी से ऊपर नीचे होने लगी थी|फिर वो लगभग चिंघाड़ते हुए झड़ गयी … और मेरी छाती पर निढाल हो कर गिर गई|
मैं उसकी धौंकनी सी चलती साँसों को महसूस कर रहा था|चूंकि मेरा अभी नहीं हुआ था| दो मिनट के बाद मैंने निशा को अपने नीचे लेटा दिया और उसे फिर चोदना चालू कर दिया|
थोड़े ही धक्कों के बाद वो फ़िर गर्म हो गयी और मेरा साथ देने लगी| वो चुदाई का पूरा मजा ले रही थी| बीस मिनट की चुत चुदाई के बाद वो फ़िर से झड़ गई … परंतु मैं अब भी नहीं रुका|
मैंने अपनी चुदाई चालू रखी| बीच बीच में मैं उसको किस करता हुआ उसके मम्मों को दबाता रहा, जिससे वो फिर से गर्म हो गई| मेरा साथ देने लगी|काफी देर की चुदाई के बाद मैंने निशाकी पोजीशन बदल ली|
अब मैंने निशा के पैरों को अपने कंधों पर रखा और उसकी चुत पर अपना लंड रख कर जोर से धक्का दे दिया| मेरा 7|5 इंच का पूरा लंड निशा की चुत में घुस गया था, जिसके कारण वो दर्द के मारे जोर से चिल्लाने लगी|
‘आआह्ह ऊऊई मेरी चुत फाड़ दी … हरामी … छोड़ मुझे||’वो मुझसे छूटने का प्रयास करने लगी| उसके पैर मेरे कंधों पर होने की वजह से लंड चुत की गहराई तक पहुंच गया था| निशा की आंखों में फ़िर से आंसू आ गए थे|
मैंने निशा की चुदाई चालू रखी| कुछ समय बाद निशा भी मेरा साथ देने लग गयी और चुदाई का भरपूर मजा लेने लगी|धकापेल चुदाई के बाद मुझे अहसास हुआ कि मैं स्खलन पर आ गया हूँ|मैंने निशासे कहा- मुझे कुछ हो रहा है|
निशा,अब तुम झड़ने वाले हो|मैं, हां, यही लगता है|निशा, कोई दिक्कत नहीं है … बाहर झड़ जाना|मैं,एक दिक्कत है|
निशा- क्या?मैं, मुझसे लास्ट में कन्ट्रोल नहीं हो पाता|निशा,कोई बात नहीं मैं मैनेज कर लूंगी|
रात भर छिनाल आंटी को रगड़ रगड़ के चोदा – Aunty Sex Story
अब मुझे परमीशन मिल गई थी| मैंने बड़े आराम से निशा की चुदाई जारी रखी| धीरे धीरे मेरी रफ़्तार बढ़ती गई| निशाके चेहरे पर दर्द झलकने लगा था, पर मैं बिना किसी कि फ़िक्र किए चुदाई करता रहा|
मेरा जोश बढ़ता जा रहा था| निशा को अब चुदाई सहन नहीं हो पा रही परंतु वो कन्ट्रोल कर रही थी|निशा ने सोचा था कि कुछ ही समय का दर्द है, वो सहन कर लेगी| परंतु निशा को कहां पता था कि ये तो ट्रेलर था| मैंने चुदाई जारी रखी|
परंतु जब निशा को बहुत ज्यादा दर्द होने लगा, तो वो एक बार फिर से चिल्लाने लगी- साले कुत्ते, जान निकालेगा क्या?
मुझमें भी जोश आ चुका था| मैं भी गालियां देने लगा- साली रांड, आज तेरी ऐसी प्यास बुझाऊंगा कुतिया
कि मुझे जिन्दगी भर याद रखेगी|जोश में मैंने स्पीड और तेज कर दी| निशाका दर्द के वजह से बुरा हाल हो रहा था| अब वो मुझसे मिन्नतें करने लगी- प्लीज़ छोड़ दो|
मैंने उसकी एक भी ना सुनी| उसको लगातार चोदता रहा| वो रोती रही, मुझसे छोड़ने का आग्रह करती रही| परंतु मैंने चुदाई जारी रखी| निशा का बुरा हाल हो चुका था … परंतु उसका कोई बस नहीं चल रहा था|
तभी मैं अंतिम चरण पर पहुंच गया और उसकी चुत में ही झड़ गया|इस दौरान निशा कई बार झड़ चुकी थी| मेरे झड़ते ही निशा ने चैन की सांस ली और मेरे से लिपट कर सो गई|थोड़ी देर बाद मैं बाथरूम में नहा कर आया|
जब तक लगभग सुबह के 6:00 बज चुके थे|मैंने निशासे उसको तकलीफ़ देने के लिए सॉरी बोला|निशा ने कहा- ये तकलीफ़ नहीं है पागल … ये तो मजा है, जो आज मिला है| मैं इस तकलीफ़ की तो बहुत दिन से तलाश कर रही थी|
आज तुमने मेरी तलाश पूरी कर दी| ऐसी तकलीफ़ तो तुम मुझे बार बार देते रहना|दोस्तो, आज तक सुना था कि सजा में मजा है और आज देख भी लियाफ़िर मैंने निशाकी गांड भी मारी, गांड मारने की कहानी मैं अगली बार लिखूँगा|
हम दोनों ने 3 दिन तक चुदाई में क्या क्या मस्ती की, वो भी आपको लिखूंगा| निशा ने मुझे इसके बदले क्या कुछ गिफ़्ट दिए … वो सब अगली सेक्स कहानी में लिखूंगा|
दोस्तो, ये मेरी पहली सेक्स कहानी है, अगर कोई गलती हो गयी हो, तो माफ़ कर देना| मेरी सेक्स कहानी आपको कैसी लगी, आप मुझे जरूर लिखें|