Antarvasna Story

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Antarvasna

कुंवारी फुद्दी की सील कार में तोड़ी part-1- Antarvasna

Antarvasna :दोस्तो,महानगर के आलीशान बंगलों में न जाने कितने नौकर चाकर अमीर गरीब लोग रहते हैं।उन्ही में से एक था करोड़पति रामपाल जी का घर।उनके घर में बेटे के अलावा बहू, एक बेटी जो B.A की छात्रा थी |

सबकी लाडली थी सिवानी।यही इंडियन वर्जिन टीन गर्ल हमारी इस कहानी की हीरोइन है।सिवानीने अभी अभी बारहवीं के एग्जाम दिए थे।दिखने में एकदम कड़क माल … गोरी चिट्टी पांच फीट दो इंच की हाइट।

चूतड़ 36″ साइज के पीछे की और उभरे हुए; कमर बिल्कुल 28″ की।सबसे आकर्षक थे सिवानीके गोल गोल तने हुए 34″ के स्तन।क्लास में ना जाने कितने लड़के सिवानीके उपर मरते थे।

यहां तक कि टीचर भी उसके नाम की मुठ मारते थे।ऐसा नहीं था कि सिवानीइन सब चीजों से अनजान थी।बल्कि उसे इस टीजिंग में मजा आता था, मजा आता था |

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कुंवारी फुद्दी की सील कार में तोड़ी part-1- Antarvasna

अपनी जवानी दिखाने में; लड़कों के पेंट में बने हुए तंबू को देख कर उसकी जवानी खिल जाती थी।सुबह सुबह योग वर्कआउट ने उसकी मतवाली गांड को और गोल बना दिया था।

रोज रोज पोर्न देख के सिवानीका मन भी चुदने का करता था।पर वह चूत में उंगली करके अपने आपको शांत कर लेती थी।वह नए नए तरीकों से लोगों को टीज करती; उसको लोगों को तड़पाने में मजा आता था।

घर के सभी नौकर अधेड़ उम्र के थे।उन्ही में से एक था रौनक जो घर का ड्राइवर था।रौनक 30 साल का पतला औसत सा दिखने वाला आदमी था।वह हमेशा सिवानीको ताड़ता रहता था; रोज रात को सिवानीके नाम की मुठ पेलता था।

सिवानीके उठे हुए मोटे उरोजों ने उसकी नींद उड़ा रखी थी।वह सिवानीकी मतवाली चौड़ी गांड को चाटने का सपना पाले हुए था।पर घर के किसी नौकर की हिम्मत नहीं थी कि कोई भी घर की किसी लड़की की तरफ आंख उठा कर देख ले।

सिवानीको भी पता था कि रौनक उसको घूरता है।पर वह इन सब चीजों को इग्नोर करने की बजाय इनका आनंद लेने पर उतारू थी।जानबूझ के वह ऐसी ड्रेस पहन कर घर में घूमती जिससे उसकी गोलाइयां घर में घूमते नौकरों को दिखें।

उसकी इन हरकतों का सबसे ज्यादा अगर कोई मजा लेता तो वह था विक्की!रौनक ने एक दो बार किसी न किसी बहाने से उसकी भारी गांड को भी छूने की कोशिश की थी।

सच तो यह था कि सिवानीभी इस छेड़छाड़ का मजा लेना चाहती थी।कई बार सिवानीने अपनी पेंटी पर वीर्य के धब्बे भी देखे थेlउसके कपड़े और कोई नहीं रौनक ड्राइवर धुलवाने ले जाता था।

उसे पूरा शक था कि हो ना हो … यह काम रौनक ड्राइवर का ही है।कई बार जब वह घर में अकेली होती तो यह ड्राइवर उसके रूम के आसपास मंडराता रहता था।वह रौनक ड्राइवर को जानबूझकर अपनी जवानी के दर्शन करवाती थी।

उसे याद है कि एक बार भीड़ में कैसे रौनक ड्राइवर ने उसकी गांड में उंगली डाली थी। सिवानी हर हाल में चुदना चाहती थी।अगर कोई उसे घर में चोद सकता था तो वह था ड्राइवर!इसके लिए उसके मन में अलग-अलग प्लान बना रहे थे.

अंत में उसने एक प्लान बना लिया।अगले दिन सुबह सुबह रौनक को एकदम बड़े साहब ने बुलावा भेजा।रौनक साहब के सामने गया तो साहब ने आदेश दिया कि सिवानीगाड़ी सीखना चाहती है |

रौनक को इस काम के लिए चुना गया है।यह सुनकर रौनक का सात इंची लौड़ा तुरंत फटे हुए पजामे में खड़ा हो गया।
जिसको रौनक ने बड़ी मुश्किल से काबू में किया।

अगले दिन रौनक बड़ी ही बेसब्री से अपने बुलावे का इंतजार कर रहा था।उसने आज गाड़ी को पूरी तरह से चमका दिया था।इंपोर्टेड गाड़ी के अंदर रौनक ने महंगे परफ्यूम से गाड़ी को एक रोज गार्डन में तब्दील कर दिया था।

उधर कमसिन कली, सपनों की रानी सिवानीजिसने यह जाल बुना था, मजे लेने के लिए वह इस उधेड़बुन में थी कि क्या पहना जाए।उसने बिल्कुल टाइट व्हाइट जींस और एक येलो टाइट टॉप पहन लिया था।

नीचे जानबूझ के ब्रा नहीं पहनी ताकि उसके मोटे बूब्स की शेप उसके पसंदीदा नौकर पर कहर बरपा सके।उसके निप्पल किसी नुकीली चोंच की तरह टॉप में तने हुए थे जिनको साफ साफ देखा जा सकता था।

सिवानी के हर अंग का कटाव दिख रहा था, उसके मोटे चूचे टॉप से बाहर आने को बेताब थे।उसका टॉप इतना छोटा था कि उसकी गहरी सुडौल गहरी नाभि का दीदार हो रहा था।

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कुंवारी फुद्दी की सील कार में तोड़ी part-1- Antarvasna

नीचे जींस में कसे हुए मोटे मोटे गुदाज चूतड़ किसी मुर्दे के लन्ड में जान डालने के लिए काफी थे। रौनक सिवानी का बेसब्री से इंतजार कर रहा था।

जैसे ही सिवानीनीचे आई और रौनक की नजर उस पर पड़ी, ड्राइवर का मुंह खुला का खुला रह गया।सिवानी जैसी कंटीली चूत को इस रूप में देखने के बाद उसका लौड़ा फन फैलाए उठ खड़ा हुआ।

रौनक ने मुश्किल से अपने आपको कंट्रोल करते हुए कांपते हुए सिवानीको कहा- मेम साहब चलें?सिवानी रौनक की नजरों को ताड़ गई थी।

उसने मंद मंद मुस्कुराते हुए चुदने की … सॉरी चलने की सहमति दे दी थी।कार में सिवानीपीछे की ओर बैठी थी।आगे ड्राइवर कार चला रहा था और बैक मिरर से सिवानीकी जवानी को या यूं कहें कि उसके मोटे चूचों को ताड़ रहा था।

पीछे बैठी हुई सिवानीभी जानती थी कि ड्राइवर उसे ही देख रहा है।वह भी बीच बीच में अंगड़ाई लेकर अपने मोटे बूब्स की गोलाइयों का जायजा ड्राइवर को दे रही थी।

उसके अंगड़ाई लेने पर उसका टॉप ऊपर उठ जाता जिससे उसका पूरा नाभि प्रदेश ड्राइवर की आंखों के सामने नंगा हो जाता।रौनक ड्राइवर उसके शरीर के हर हिस्से को अपनी आंखों से चोद रहा था।

सिवानीकी इन मादक अदाओं का असर उसके लन्ड पर हो रहा था।उसका मोटा लन्ड उसके फटे पजामे से बाहर आने को बेताब था।वह एक हाथ कार के स्टीयरिंग तो दूसरे हाथ से धीरे धीरे अपने लन्ड को सहला रहा था।

एक घंटे के सफर के बाद कार एक सुनसान चौड़े सड़क पर आकर रोक दी।इस सड़क का काम अभी पूरा नहीं हुआ था जिससे इस सड़क पर सिर्फ बहुत न के बराबर गाड़ियां आती थी।रौनक ड्राइवर का लौड़ा अभी भी तना हुआ था।

उसने धीरे से लौड़े को एडजस्ट किया और कार से उतर कर पिछला दरवाजा खोल दिया- मेम साब, बाहर आ जाओ. यही आपको कार सिखाऊंगा।कमसिन नाजुक सिवानीयह सुनकर बाहर आ गई।

बाहर आते ही उस इंडियन वर्जिन टीन गर्ल की नजर ड्राइवर के लौड़े पर पड़ गई जो एडजस्ट होने के बाद भी साफ दिखाई दे रहा था।अंदर ही अंदर सिवानीबहुत खुश हुई।

उसे अपनी जवानी पर घमंड और अपने अधेड़ ड्राइवर के लौड़े पर तरस आ रहा था।सिवानी ड्राइवर सीट पर आ गई थी।
साइड वाली सीट पर रौनक बैठ गया।

रौनक की नजर अभी भी सिवानी की कसी हुई ऊपर की ओर तनी हुई गोलाइयों पर थीं।सिवानी भी तिरछी नजरों से देख रही थी कि उसका अधेड़ उम्र का नौकर कैसे उसके हुस्न का दीदार कर रहा है।

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तब सिवानी ने चुप्पी तोड़ते हुए कहा- अंकल अब बताओ ना क्या करूं? सिवानी की आवाज सुनकर रौनक ड्राइवर हड़बड़ा कर बोला- मेमसहब, आपको पता तो है न गियर, ब्रेक, क्लच का!

हाँ रौनक अंकल!”तो एक काम करो मेमसाहब, आप फर्स्ट गियर में गाड़ी को डालो और धीरे धीरे क्लच छोड़ते हुए गाड़ी को आगे बढ़ाओ।”अंकल वह तो मैं कर लूंगी।

आप भी स्टीयरिंग को पकड़ लो, कहीं कुछ गडबड ना हो जाए।” सिवानीने अपने ड्राइवर के अरमानों को थोड़ी सी हवा देते हुए कहा।रौनक की तो जैसे बांछें खिल गई।वह झट से सिवानीकी सीट की तरफ खिसक गया।

उसने अब अपने हाथ सिवानीके कोमल हाथों से सटा लिए।सिवानी ने अब धीरे से गाड़ी को आगे बढ़ाया।कुछ ड्राइविंग में कच्ची, कुछ उम्र में कच्ची सिवानीके ड्राइव करने से गाड़ी का संतुलन बिगड़ गया।

जिसे रौनक ड्राइवर ने बड़ी मुश्किल से संभाला।ये सब सिवानीका प्लान था।उसने पहले कई कहानियों में पढ़ा था कि कैसे ड्राइविंग सीखने के बहाने कई लड़कियां औरतें अपनी चूत चुदवा चुकी हैं।

उसने रोनी सूरत बना कर कहा- अंकल, आप ऐसे गाड़ी नहीं सीखा पाओगे। ऐसा करो, आप मेरी सीट पर आ जाओ।उत्तेजित मादा के इस व्यवहार को देख कर नर ने अपने गर्म होठों पर जीभ फेरते हुए |

इस आदेश को झट से स्वीकार कर लिया और सिवानीकमसिन उत्तेजित कोमल कली के बराबर में आकर बैठ गया।अब सिवानीकी मोटी चिकनी गुदाज़ जांघें ड्राइवर की जांघों से चिपकी हुई थी।

दोनों नर मादा उत्तेजित थे; दोनों की गर्म सांसें गाड़ी के माहौल को और रंगीन बनाने का काम कर रही थी।मैडम जी, आप स्टीयरिंग पर हाथ रखो. मैं भी गाड़ी को कंट्रोल करने में आपकी मदद करता हूं।ओके रौनक अंकल!”

सिवानीका ध्यान गाड़ी चलाने पर कम रौनक के लन्ड पर ज्यादा था।अंकल प्लीज मुझे पकड़ लेना … कहीं मैं ब्रेक लगने पर आगे की ओर ना घुस जाऊं।

रौनक ने जैसे ही कोरी चूत के मुंह से ऐसा सुना, रौनक ने एकदम से सिवानीकी कमर पकड़ ली.उधर रौनक का गर्म हाथ अपनी कमर पर पड़ते ही सिवानीसिहर उठी।सिवानीने धीरे धीरे कार को आगे बढ़ाया.

उधर रौनक उसकी चिकनी कमर को सहलाने लगा।सिवानी की चूत से पानी की नदियां बह रही थी।उधर रौनक का लौड़ा पजामे में झटके पर झटके दिए जा रहा था।

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अचानक से एक गड्ढा आया और सिवानीकी कोहनी ड्राइवर के लन्ड से टकरा गयी।सिवानी की कोहनी लगते ही सिवानी को अहसास हो जाता कि यह लोहे जैसी सख्त चीज रौनक अंकल का मोटा हब्शी लौड़ा है।

उत्तेजना से सिवानीकी साँसें फूल गई।उसने झट से अपनी कोहनी को आगे कर ली.परंतु वह उस कातिल अहसास को फिर से पाना चाहती थी।दोबारा से उसने अपनी कोहनी को लौड़े से सटा लिया।

इस बार वह सख्त लौड़े का अहसास करने के लिए अपनी कोहनी का भार धीरे से लौड़े पर डालने लगी।ये सब रौनक ड्राइवर को भी पता था कि चिड़िया दाना चुगने की फिराक में है।वह चिड़िया को पिंजरे में कैद नहीं करना चाहता था।

उसका मकसद इस चिड़िया का चिड़ा बनने का था।वह भी जानबूझ के अपने मूसल लन्ड को झटके देने लगता है।सिवानीअब फुल मूड में लन्ड की सख्ती का मजा ले रही थी।वह अपनी कोहनी का पूरा दबाव लन्ड पर डाल रही थी।

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